google.com, pub-5031399508792770, DIRECT, f08c47fec0942fa0 मसाज करके दूर करें शरीर के इन अंगों का दर्द - Ayurveda And Gharelu Vaidya Happy Diwali 2018

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मसाज करके दूर करें शरीर के इन अंगों का दर्द

ऑफिस में देर तक बैठकर काम करने से कमर दर्द होना आम है। एक्यूप्रेशर थैरेपी की मदद ले सकते हैं।

हाथों की मसाज-
दाएं हाथ के अंगूठे व पहली अंगुली के बीच के गैप को बाएं हाथ की अंगुलियों से दबाएं। 10 सेकंड तक प्रेशर धीरे-धीरे बढ़ाएं। इसे दूसरे हाथ से भी दोहराएं।

कमर की मसाज-
पेट के बल लेटकर किसी सहयोगी से कमर की मसाज करवाएं। लोअर बैक के बीच मौजूद बिंदुओं पर प्रेशर दें।

पंजों की मसाज-
कमर में जहां दर्द है वहां के पैर के पंजों को हाथों में लेकर अंगूठे-पहली अंगुली के बीच मसाज करें।

औषधि की तरह हैं ये पत्ते -
पेड़ फल-छाया तो देेते हैं साथ ही इनमें कई औषधीय गुण भी हैं। जानें कौनसे पेड़ किस तरह उपयोगी हैं।
बबूल: इसकी पत्तियों के रस में थोड़ी मिश्री पीसकर पीने से पेट की जलन शांत होती है। पत्तियों को चबाने से मुंह के छाले, मसूड़ों में सूजन व मुंह से खून आने की दिक्कत नहीं होती।
नीम: टायफॉइड, खसरा व चेचक के मरीजों के आसपास नीम की टहनियों को रखने से रोग के बैक्टीरिया नष्ट होते हैं। पत्तियों को पीसकर लगाने से चेचक व खसरे के निशान, फोड़े व फुंसियां ठीक हो जाती हैं।



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मसाज करके दूर करें शरीर के इन अंगों का दर्द

ऑफिस में देर तक बैठकर काम करने से कमर दर्द होना आम है। एक्यूप्रेशर थैरेपी की मदद ले सकते हैं।

हाथों की मसाज-
दाएं हाथ के अंगूठे व पहली अंगुली के बीच के गैप को बाएं हाथ की अंगुलियों से दबाएं। 10 सेकंड तक प्रेशर धीरे-धीरे बढ़ाएं। इसे दूसरे हाथ से भी दोहराएं।

कमर की मसाज-
पेट के बल लेटकर किसी सहयोगी से कमर की मसाज करवाएं। लोअर बैक के बीच मौजूद बिंदुओं पर प्रेशर दें।

पंजों की मसाज-
कमर में जहां दर्द है वहां के पैर के पंजों को हाथों में लेकर अंगूठे-पहली अंगुली के बीच मसाज करें।

औषधि की तरह हैं ये पत्ते -
पेड़ फल-छाया तो देेते हैं साथ ही इनमें कई औषधीय गुण भी हैं। जानें कौनसे पेड़ किस तरह उपयोगी हैं।
बबूल: इसकी पत्तियों के रस में थोड़ी मिश्री पीसकर पीने से पेट की जलन शांत होती है। पत्तियों को चबाने से मुंह के छाले, मसूड़ों में सूजन व मुंह से खून आने की दिक्कत नहीं होती।
नीम: टायफॉइड, खसरा व चेचक के मरीजों के आसपास नीम की टहनियों को रखने से रोग के बैक्टीरिया नष्ट होते हैं। पत्तियों को पीसकर लगाने से चेचक व खसरे के निशान, फोड़े व फुंसियां ठीक हो जाती हैं।

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