लाइफस्टाइल बीमारियां किसे कहते हैं?
गलत खानपान, निष्क्रिय और बिगड़ी जीवनशैली के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं को लाइफस्टाइल डिजीज कहते हैं। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में गलत जीवनशैली से होने वाली बीमारियां तेजी बढ़ रही हैं।
इससे जुड़ी बीमारियां कौनसी हैं?
हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, थायरॉइड, अम्लपित्त, कैंसर, अस्थमा, कमर व गर्दन का दर्द आदि बीमारियां खराब जीवनशैली का नतीजा हैं।
इन रोगों के प्रमुख कारण क्या हैं?
जंकफूड, पिज्जा, पूड़ी, परांठे, मिठाई आदि अधिक खाना, शारीरिक परिश्रम बिलकुल ना करना, अधिकांश समय बैठे रहने वाली जॉब और जीवनशैली से जुड़ी गलत आदतें जैसे धूम्रपान, शराब, चाय-कॉफी ज्यादा पीना, कोल्ड ड्रिंक, मोबाइल, कम्प्यूटर का अधिक प्रयोग भी इन रोगों की वजह हैं।
इनसे बचने के उपाय क्या हैं?
खानपान में दूध, दही, छाछ, हरी सब्जियां, फल, दलिया, खिचड़ी, सलाद, अंकुरित अनाज, ड्रायफ्रूटस शामिल करें। घी, तेल, चीनी, नमक और मैदा से बनी चीजों से दूरी बनाएं।
एक वयस्क के लिए सात घंटे की नींद पर्याप्त होती है। रात्रि में देर तक ना जागें। देर रात तक मोबाइल और कम्प्यूटर स्क्रीन से दूर रहें। आंखों में जलन पैदा करने के साथ नींद को प्रभावित करते हैं। जिससे हमारी शारीरिक गतिविधियोंं पर असर पड़ता है। सुबह सूर्योदय के पहले उठ जाएं। गहरी नींद से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
योग, प्राणायाम, व्यायाम का नियमित अभ्यास करें। पैदल चलें। इससे शरीर में खून का संचार बढ़ता है।
नशा शरीर में कई दिक्कतें पैदा करता है, इसलिए इससे दूर रहें।
तनाव, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, हृदय रोग जैसी अनेक बीमारियों का कारण है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां जैसे अश्वगंधा, आंवला, गिलोय, हरड़, अर्जुन, लहसुन, प्याज, तुलसी, पिप्पली, काली मिर्च, अदरक, एलोवेरा, पुदीना, हरा धनिया आदि आयुर्वेद की उपयोगी जड़ी-बूटियों को अपने जीवन में अपनाएं।
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गड़बड़ लाइफस्टाइल से होती हैं ये बीमारियां
लाइफस्टाइल बीमारियां किसे कहते हैं?
गलत खानपान, निष्क्रिय और बिगड़ी जीवनशैली के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं को लाइफस्टाइल डिजीज कहते हैं। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में गलत जीवनशैली से होने वाली बीमारियां तेजी बढ़ रही हैं।
इससे जुड़ी बीमारियां कौनसी हैं?
हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, थायरॉइड, अम्लपित्त, कैंसर, अस्थमा, कमर व गर्दन का दर्द आदि बीमारियां खराब जीवनशैली का नतीजा हैं।
इन रोगों के प्रमुख कारण क्या हैं?
जंकफूड, पिज्जा, पूड़ी, परांठे, मिठाई आदि अधिक खाना, शारीरिक परिश्रम बिलकुल ना करना, अधिकांश समय बैठे रहने वाली जॉब और जीवनशैली से जुड़ी गलत आदतें जैसे धूम्रपान, शराब, चाय-कॉफी ज्यादा पीना, कोल्ड ड्रिंक, मोबाइल, कम्प्यूटर का अधिक प्रयोग भी इन रोगों की वजह हैं।
इनसे बचने के उपाय क्या हैं?
खानपान में दूध, दही, छाछ, हरी सब्जियां, फल, दलिया, खिचड़ी, सलाद, अंकुरित अनाज, ड्रायफ्रूटस शामिल करें। घी, तेल, चीनी, नमक और मैदा से बनी चीजों से दूरी बनाएं।
एक वयस्क के लिए सात घंटे की नींद पर्याप्त होती है। रात्रि में देर तक ना जागें। देर रात तक मोबाइल और कम्प्यूटर स्क्रीन से दूर रहें। आंखों में जलन पैदा करने के साथ नींद को प्रभावित करते हैं। जिससे हमारी शारीरिक गतिविधियोंं पर असर पड़ता है। सुबह सूर्योदय के पहले उठ जाएं। गहरी नींद से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
योग, प्राणायाम, व्यायाम का नियमित अभ्यास करें। पैदल चलें। इससे शरीर में खून का संचार बढ़ता है।
नशा शरीर में कई दिक्कतें पैदा करता है, इसलिए इससे दूर रहें।
तनाव, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, हृदय रोग जैसी अनेक बीमारियों का कारण है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां जैसे अश्वगंधा, आंवला, गिलोय, हरड़, अर्जुन, लहसुन, प्याज, तुलसी, पिप्पली, काली मिर्च, अदरक, एलोवेरा, पुदीना, हरा धनिया आदि आयुर्वेद की उपयोगी जड़ी-बूटियों को अपने जीवन में अपनाएं।