विशेषज्ञों की टीम ने पाया कि जिन लोगों ने बचपन में अकेला महसूस किया, उनमें बड़े होने पर डिमेंशिया का खतरा काफी ज्यादा था। अध्ययन में टीम ने पाया कि इस ग्रुप वाले लोगों में कॉग्निटिव गिरावट यानी दिमागी क्षमता में कमी भी तेजी से महसूस हुई।
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Alert: बचपन की ये समस्या उम्र बढ़ने पर डिमेंशिया का बन सकती है कारण, सोचने-समझने की क्षमता भी हो जाती है कमजोर