सूर्य की रोशनी में मौजूद विटामिन डी हड्डियां मजबूत बनाता है। शोध में पाया है कि सूर्य की किरणों में मौजूद रंग सेहत भी संवारते हैं। धूप भी सेहत के लिए फायदेमंद है।
बैंगनी रंग अनिद्रा, एनीमिया और फेफड़ों की समस्या दूर करता है व शरीर में स्फूर्ति लाता है।
हरा रंग: आंखों के रोग, मधुमेह, चर्म रोग, दाद, खुजली, जुकाम, व सिरदर्द में लाभदायक होता है।
नीला रंग: यह तनाव, महिलाओं के रोगों, बीपी, नींद न आना, पायरिया व टॉन्सिल में उपयोगी है।
आसमानी रंग:बालों का झडऩा कम करता है व मानसिक शक्ति भी देता है।
पीला व लाल रंग
पीला रंग शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और मस्तिष्क, लिवर को मजबूत करता है। यह आंखों के लिए भी उपयोगी होता है।
लाल रंग टीबी, दमा, कफ में बहुत लाभदायक होता है।
नारंगी रंग: यह रंग पेट, लिवर, आंत को प्रभावित कर रक्त संचार बढ़ाता है। गठिया व लकवे में लाभकारी है।
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सूर्य की किरणों में मौजूद रंग सेहत भी संवारते हैं
सूर्य की रोशनी में मौजूद विटामिन डी हड्डियां मजबूत बनाता है। शोध में पाया है कि सूर्य की किरणों में मौजूद रंग सेहत भी संवारते हैं। धूप भी सेहत के लिए फायदेमंद है।
बैंगनी रंग अनिद्रा, एनीमिया और फेफड़ों की समस्या दूर करता है व शरीर में स्फूर्ति लाता है।
हरा रंग: आंखों के रोग, मधुमेह, चर्म रोग, दाद, खुजली, जुकाम, व सिरदर्द में लाभदायक होता है।
नीला रंग: यह तनाव, महिलाओं के रोगों, बीपी, नींद न आना, पायरिया व टॉन्सिल में उपयोगी है।
आसमानी रंग:बालों का झडऩा कम करता है व मानसिक शक्ति भी देता है।
पीला व लाल रंग
पीला रंग शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और मस्तिष्क, लिवर को मजबूत करता है। यह आंखों के लिए भी उपयोगी होता है।
लाल रंग टीबी, दमा, कफ में बहुत लाभदायक होता है।
नारंगी रंग: यह रंग पेट, लिवर, आंत को प्रभावित कर रक्त संचार बढ़ाता है। गठिया व लकवे में लाभकारी है।