आप दिनभर की थकान के बाद रात में अच्छी नींद नहीं ले पाते। कहीं इसकी वजह आपकी ही कुछ गलतियां तो नहीं। आइये जानते हैं इसके बारे में...
थ्रिलर नॉवेल पढ़ना -
कुछ लोग टीवी देखने के बजाय किताबें पढ़ना पसंद करते हैं। लेकिन रात में थ्रिलर या इमोशनल नॉवेल पढ़ने से दिमाग शांत होने के बजाय उत्तेजित हो जाता है। इससे रात को अच्छी नींद नहीं आ पाती है। रात में बेहतर नींद के लिए मनोरंजक मैगजीन पढऩी चाहिए।
मल्टीविटामिन डोज -
सोने से पहले कोई दवा लेते हैं और नींद नहीं आती तो डॉक्टर से इस बारे में पूछें क्योंकि कुछ दवाएं दिमाग को अशांत या पेट में हलचल पैदा कर सकती हैं। यदि आप रात में मल्टीविटामिन लेते हैं तो एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
गुस्सा करके सोना -
आपको रात को किसी पर भी गुस्सा नहीं करना चाहिए। सोते समय गुस्सा करने से आपकी नींद खराब हो सकती है। जब आप किसी व्यक्ति के बारे में गुस्से में सोचते रहते हैं तो दिमाग शांत नहीं रह पाता और शरीर थका होने के बावजूद सो नहीं पाता।
कसरत न करें -
कसरत करने से भी नींद न आने की परेशानी होती है। व्यायाम करना भी हो तो सोने से तीन से चार घंटा पहले ही कर लें।
पालतू जानवरों से दूरी पालतू जानवर रात में अक्सर काफी चहल-कदमी करते हैं जिससे नींद प्रभावित होती है। इसलिए इन्हें रात के समय बेडरूम से दूर ही रखें।
रात को फिल्में देखना -
रात को फिल्में देखने से सोने का संपूर्ण चक्र गड़बड़ा जाता है। आपके सोने के कमरे में किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस नहीं होना चाहिए। अगर आप रात के समय टीवी या फिल्में देखते हैं तो इससे आपके शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन का उत्पादन गड़बड़ा जाता है। यह शरीर में पैदा होने वाला वह हार्मोन होता है जो हमारे दिमाग को सूचना देता है अब सोने का समय हो गया है। इसलिए रात को गहरी नींद लेने के लिए कम से कम दो घंटे पहले खाना खा लेना चाहिए और इसके अलावा कोई किताब या मैगजीन भी पढ़ सकते हैं। सोते समय ध्यान रखें कि मोबाइल फोन तकिए के आसपास न रखें क्योंकि यह आपकी नींद को प्रभावित कर सकता है। कमरे में लाइट बंद कर दें या काफी धीमी रखें।
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गहरी नींद के लिए भूलकर भी न करें ये गलतियां
आप दिनभर की थकान के बाद रात में अच्छी नींद नहीं ले पाते। कहीं इसकी वजह आपकी ही कुछ गलतियां तो नहीं। आइये जानते हैं इसके बारे में...
थ्रिलर नॉवेल पढ़ना -
कुछ लोग टीवी देखने के बजाय किताबें पढ़ना पसंद करते हैं। लेकिन रात में थ्रिलर या इमोशनल नॉवेल पढ़ने से दिमाग शांत होने के बजाय उत्तेजित हो जाता है। इससे रात को अच्छी नींद नहीं आ पाती है। रात में बेहतर नींद के लिए मनोरंजक मैगजीन पढऩी चाहिए।
मल्टीविटामिन डोज -
सोने से पहले कोई दवा लेते हैं और नींद नहीं आती तो डॉक्टर से इस बारे में पूछें क्योंकि कुछ दवाएं दिमाग को अशांत या पेट में हलचल पैदा कर सकती हैं। यदि आप रात में मल्टीविटामिन लेते हैं तो एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
गुस्सा करके सोना -
आपको रात को किसी पर भी गुस्सा नहीं करना चाहिए। सोते समय गुस्सा करने से आपकी नींद खराब हो सकती है। जब आप किसी व्यक्ति के बारे में गुस्से में सोचते रहते हैं तो दिमाग शांत नहीं रह पाता और शरीर थका होने के बावजूद सो नहीं पाता।
कसरत न करें -
कसरत करने से भी नींद न आने की परेशानी होती है। व्यायाम करना भी हो तो सोने से तीन से चार घंटा पहले ही कर लें।
पालतू जानवरों से दूरी पालतू जानवर रात में अक्सर काफी चहल-कदमी करते हैं जिससे नींद प्रभावित होती है। इसलिए इन्हें रात के समय बेडरूम से दूर ही रखें।
रात को फिल्में देखना -
रात को फिल्में देखने से सोने का संपूर्ण चक्र गड़बड़ा जाता है। आपके सोने के कमरे में किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस नहीं होना चाहिए। अगर आप रात के समय टीवी या फिल्में देखते हैं तो इससे आपके शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन का उत्पादन गड़बड़ा जाता है। यह शरीर में पैदा होने वाला वह हार्मोन होता है जो हमारे दिमाग को सूचना देता है अब सोने का समय हो गया है। इसलिए रात को गहरी नींद लेने के लिए कम से कम दो घंटे पहले खाना खा लेना चाहिए और इसके अलावा कोई किताब या मैगजीन भी पढ़ सकते हैं। सोते समय ध्यान रखें कि मोबाइल फोन तकिए के आसपास न रखें क्योंकि यह आपकी नींद को प्रभावित कर सकता है। कमरे में लाइट बंद कर दें या काफी धीमी रखें।