google.com, pub-5031399508792770, DIRECT, f08c47fec0942fa0 ब्लॉकेज को दूर कर शरीर में ही घुल जाते हैं स्टेंट - Ayurveda And Gharelu Vaidya Happy Diwali 2018

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ब्लॉकेज को दूर कर शरीर में ही घुल जाते हैं स्टेंट

स्टेंट तकनीक में नया क्या है ?

अब बायो-एब्जॉर्बएेबल स्टेंट उपलब्ध हैं। यह स्टेंट ब्लॉकेज को ठीक कर 2-3 साल में शरीर में घुल जाते हैं जिसके बाद हृदय में किसी प्रकार के धातु के अवशेष नहीं बचते हैं।

माना जाता है कि जटिल ब्लॉकेज का इलाज बाइपास सर्जरी ही है, एंजियोप्लास्टी नहीं। यह किस हद तक सच है ?
जटिल ब्लॉकेज का इलाज दोनों प्रकार से किया जा सकता है। जटिल एंजियोप्लास्टी करने के लिए अच्छे प्रशिक्षण की जरूरत होती है। बाइपास सर्जरी या एंजियोप्लास्टी दोनों में से क्या करना बेहतर है, इसका निर्णय एक्सपर्ट मरीज की स्थिति का अध्ययन करने के बाद ही तय करते हैं।

कैल्शियम युक्त ब्लॉकेज की एंजियोप्लास्टी कैसे की जाती है ?
दरअसल, कुछ मरीजों में आर्टरी में ब्लॉकेज के साथ ही कैल्शियम जम जाता है। एंजियोप्लास्टी के दौरान यह जरूरी है कि कैल्शियम हटा कर ही स्टेंट डाला जाए। कैल्शियम को हटाए बिना स्टेंट पूरी तरह नहीं फूलता है जिस कारण यह एक साल में ही बंद हो जाता है। आर्टरी से कैल्शियम को हटाने के लिए रोटाब्लेटर नामक मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। हीरे का बना इस मशीन का बर्र तेजी से कैल्शियम को काटता है।

स्टेंट के बारे में कहा जाता है कि यह 8-10 साल में बंद हो जाते हैं। क्या यह सच है ?
यह गलत धारणा है। यूरोप और अमरीका में स्टेंट की मदद से इलाज किए मरीजों का अध्ययन किया गया। इसमें पाया गया कि दवाई वाले नवीनतम स्टेंट केवल दो प्रतिशत लोगों में ही बन्द होते हैं और 98 प्रतिशत में जिंदगी भर चलते हैं।

स्टेंट बंद होने के कारण क्या हैं ?
सही साइज का स्टेंट, ठीक तरीके से सही जगह पर लगाना बेहद जरूरी है। ऐसा करने पर स्टेंट बंद नहीं होता। मरीजों को चाहिए कि दवा नियमित रूप से लें, व्यायाम करें, धूम्रपान न करें। डायबिटीज नियंत्रित रखें और खानपान में परहेज करें।

क्या 100 प्रतिशत ब्लॉकेज का इलाज संभव है ?
शत-प्रतिशत ब्लॉकेज अगर मरीज को परेशानी देते हैं तो स्पेशल वायर, बैलून और तकनीक के जरिए इलाज संभव है।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal http://bit.ly/2HkfDPU
ब्लॉकेज को दूर कर शरीर में ही घुल जाते हैं स्टेंट

स्टेंट तकनीक में नया क्या है ?

अब बायो-एब्जॉर्बएेबल स्टेंट उपलब्ध हैं। यह स्टेंट ब्लॉकेज को ठीक कर 2-3 साल में शरीर में घुल जाते हैं जिसके बाद हृदय में किसी प्रकार के धातु के अवशेष नहीं बचते हैं।

माना जाता है कि जटिल ब्लॉकेज का इलाज बाइपास सर्जरी ही है, एंजियोप्लास्टी नहीं। यह किस हद तक सच है ?
जटिल ब्लॉकेज का इलाज दोनों प्रकार से किया जा सकता है। जटिल एंजियोप्लास्टी करने के लिए अच्छे प्रशिक्षण की जरूरत होती है। बाइपास सर्जरी या एंजियोप्लास्टी दोनों में से क्या करना बेहतर है, इसका निर्णय एक्सपर्ट मरीज की स्थिति का अध्ययन करने के बाद ही तय करते हैं।

कैल्शियम युक्त ब्लॉकेज की एंजियोप्लास्टी कैसे की जाती है ?
दरअसल, कुछ मरीजों में आर्टरी में ब्लॉकेज के साथ ही कैल्शियम जम जाता है। एंजियोप्लास्टी के दौरान यह जरूरी है कि कैल्शियम हटा कर ही स्टेंट डाला जाए। कैल्शियम को हटाए बिना स्टेंट पूरी तरह नहीं फूलता है जिस कारण यह एक साल में ही बंद हो जाता है। आर्टरी से कैल्शियम को हटाने के लिए रोटाब्लेटर नामक मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। हीरे का बना इस मशीन का बर्र तेजी से कैल्शियम को काटता है।

स्टेंट के बारे में कहा जाता है कि यह 8-10 साल में बंद हो जाते हैं। क्या यह सच है ?
यह गलत धारणा है। यूरोप और अमरीका में स्टेंट की मदद से इलाज किए मरीजों का अध्ययन किया गया। इसमें पाया गया कि दवाई वाले नवीनतम स्टेंट केवल दो प्रतिशत लोगों में ही बन्द होते हैं और 98 प्रतिशत में जिंदगी भर चलते हैं।

स्टेंट बंद होने के कारण क्या हैं ?
सही साइज का स्टेंट, ठीक तरीके से सही जगह पर लगाना बेहद जरूरी है। ऐसा करने पर स्टेंट बंद नहीं होता। मरीजों को चाहिए कि दवा नियमित रूप से लें, व्यायाम करें, धूम्रपान न करें। डायबिटीज नियंत्रित रखें और खानपान में परहेज करें।

क्या 100 प्रतिशत ब्लॉकेज का इलाज संभव है ?
शत-प्रतिशत ब्लॉकेज अगर मरीज को परेशानी देते हैं तो स्पेशल वायर, बैलून और तकनीक के जरिए इलाज संभव है।

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