आंसू आंख में होने वाली दिक्कत को बताते हैं
तकनीकी रूप से आंसू आंख में होने वाली दिक्कत को बताते हैं। ये आंख को शुष्क होने से बचाता है और उसे साफ और कीटाणु रहित रखने में मदद करता है। ये आंख की अश्रु नलिकाओं से निकलने वाला तरल पदार्थ है जो पानी और नमक के मिश्रण से बना होता है। आंखों से आंसू आना हमारे शरीर के लिए लाभदायक है। ये आंखों की नमी बरकरार रखने के साथ विषैले तत्त्वों को बाहर निकालते हैं।
स्ट्रेस बस्टर
आंसू शरीर से मैंगनीज लेवल कम करते हैं। मैंगनीज के अधिक रहने से तनाव, घबराहट, चिड़चिड़ापन, थकान, मानसिक असंतुलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
इमोशन क्लींजिंग
आंसू चिंता और निराशा को बाहर निकाल कर मन की सफाई करते हैं।
एंटी बैक्टीरियल
आंसू एंटी बैक्टीरियल व एंटी वायरल एजेंट की तरह काम करते हैं। इनमें लाइसोजाइम द्रव पाया जाता है जो 90 से 95 फीसदी बैक्टीरिया को 5-10 मिनट में ही मारने की शक्ति रखता है। आंसू आइबॉल और पलकों को ल्यूब्रिकेट करते हैं और म्यूकस झिल्ली को सूखने से बचाते हैं और हमें साफ व स्पष्ट देखने में मदद करते हैं।
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तनाव दूर कर आंख में नमी लाते हैं आंसू
आंसू आंख में होने वाली दिक्कत को बताते हैं
तकनीकी रूप से आंसू आंख में होने वाली दिक्कत को बताते हैं। ये आंख को शुष्क होने से बचाता है और उसे साफ और कीटाणु रहित रखने में मदद करता है। ये आंख की अश्रु नलिकाओं से निकलने वाला तरल पदार्थ है जो पानी और नमक के मिश्रण से बना होता है। आंखों से आंसू आना हमारे शरीर के लिए लाभदायक है। ये आंखों की नमी बरकरार रखने के साथ विषैले तत्त्वों को बाहर निकालते हैं।
स्ट्रेस बस्टर
आंसू शरीर से मैंगनीज लेवल कम करते हैं। मैंगनीज के अधिक रहने से तनाव, घबराहट, चिड़चिड़ापन, थकान, मानसिक असंतुलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
इमोशन क्लींजिंग
आंसू चिंता और निराशा को बाहर निकाल कर मन की सफाई करते हैं।
एंटी बैक्टीरियल
आंसू एंटी बैक्टीरियल व एंटी वायरल एजेंट की तरह काम करते हैं। इनमें लाइसोजाइम द्रव पाया जाता है जो 90 से 95 फीसदी बैक्टीरिया को 5-10 मिनट में ही मारने की शक्ति रखता है। आंसू आइबॉल और पलकों को ल्यूब्रिकेट करते हैं और म्यूकस झिल्ली को सूखने से बचाते हैं और हमें साफ व स्पष्ट देखने में मदद करते हैं।