गर्मी के इस मौसम में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में पेटदर्द, थकान, कमजोरी और चक्कर आने जैसे लक्षण दिखें तो इन्हें नजरअंदाज न करें वर्ना हाइपरेक्सिया (तेज बुखार, सिरदर्द, पेटदर्द, उल्टी, दस्त) और हीट स्ट्रोक के खतरों की आशंका हो सकती है।
ऐसे बढ़ता है खतरा -
बढ़ता तापमान ज्यादातर उन लोगों की सेहत को बिगाड़ता है जो लंबे समय तक धूप में काम करते हैं जैसे मार्केटिंग, सेल्स में काम करने वाले लोग व मजदूर वर्ग आदि। ज्यादा देर तक धूप में रहने से गर्मी दिमाग तक पहुंचती है और मिर्गी, बेहोशी, तेज बुखार व यूरिन कम आने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। इसलिए यदि आप किसी रोग से पीड़ित हैं तो अपनी दवाएं साथ लेकर चलें। इसके अलावा सामान्य व्यक्ति घर से निकलने से पहले हल्का भोजन लें क्योंकि इससे बार-बार प्यास नहीं लगेगी।
सावधानी बरतें -
घर से बाहर निकलते समय पानी की बोतल साथ रखें।
चक्कर आदि तकलीफ हो तो छाया में चले जाएं। सेहत में सुधार न हो तो डॉक्टर को दिखाएं।
हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें।
जरूरत पड़ने पर ही बच्चों को बाहर लेकर जाएं। जाना भी पड़े तो हल्के रंग के कपड़े पहनाएं।
घर से निकलते समय छाता, सनग्लास और स्कार्फ या कैप लेकर निकलें।
गर्भवती महिला धूप में कम से कम निकलें क्योंकि अधिक तापमान से उन्हें हाइपरेक्सिया की समस्या हो सकती है। ऐसे में गर्भपात की आशंका बढ़ जाती है।
बचाव के लिए तरल पदार्थ अधिक लें। नींबू पानी, जूस, नारियल पानी और आम पना को लिक्विड डाइट में शामिल करें। मौसमी खाद्य पदार्थ जैसे खीरा, तरबूज व खरबूजा खाएं।
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तेज गर्मी से बचाव के लिए जान लें ये खास बातें
गर्मी के इस मौसम में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में पेटदर्द, थकान, कमजोरी और चक्कर आने जैसे लक्षण दिखें तो इन्हें नजरअंदाज न करें वर्ना हाइपरेक्सिया (तेज बुखार, सिरदर्द, पेटदर्द, उल्टी, दस्त) और हीट स्ट्रोक के खतरों की आशंका हो सकती है।
ऐसे बढ़ता है खतरा -
बढ़ता तापमान ज्यादातर उन लोगों की सेहत को बिगाड़ता है जो लंबे समय तक धूप में काम करते हैं जैसे मार्केटिंग, सेल्स में काम करने वाले लोग व मजदूर वर्ग आदि। ज्यादा देर तक धूप में रहने से गर्मी दिमाग तक पहुंचती है और मिर्गी, बेहोशी, तेज बुखार व यूरिन कम आने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। इसलिए यदि आप किसी रोग से पीड़ित हैं तो अपनी दवाएं साथ लेकर चलें। इसके अलावा सामान्य व्यक्ति घर से निकलने से पहले हल्का भोजन लें क्योंकि इससे बार-बार प्यास नहीं लगेगी।
सावधानी बरतें -
घर से बाहर निकलते समय पानी की बोतल साथ रखें।
चक्कर आदि तकलीफ हो तो छाया में चले जाएं। सेहत में सुधार न हो तो डॉक्टर को दिखाएं।
हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें।
जरूरत पड़ने पर ही बच्चों को बाहर लेकर जाएं। जाना भी पड़े तो हल्के रंग के कपड़े पहनाएं।
घर से निकलते समय छाता, सनग्लास और स्कार्फ या कैप लेकर निकलें।
गर्भवती महिला धूप में कम से कम निकलें क्योंकि अधिक तापमान से उन्हें हाइपरेक्सिया की समस्या हो सकती है। ऐसे में गर्भपात की आशंका बढ़ जाती है।
बचाव के लिए तरल पदार्थ अधिक लें। नींबू पानी, जूस, नारियल पानी और आम पना को लिक्विड डाइट में शामिल करें। मौसमी खाद्य पदार्थ जैसे खीरा, तरबूज व खरबूजा खाएं।