सेहत के मामले में कहीं आप असावधानी और लापरवाही में अपना मनोबल कमजोर तो नहीं कर रहे हैं? नीचे दिए सवालों से खुद ही परख लीजिए।
1. मैं अपने मन से बहुत मजबूत हूं लेकिन मुझे लगता है कि मेरीे पास सेहत की समस्याओं के लिए मनोबल नहीं है।
अ: सहमत
ब: असहमत
2.मैं बहुत भावुक हूं और अक्सर छोटी परेशानियों में मनोबल खो बैठती/बैठता हूं।
अ: सहमत
ब: असहमत
3. मेरा मनोबल तभी मजबूत होता है जब मुझे मेरी मनचाही सफलता मिलती है।
अ: सहमत
ब: असहमत
4. मेरा मनोबल मुझसे ज्यादा मेरे परिवार और दोस्तों की खुशी पर निर्भर करता है।
अ: सहमत
ब: असहमत
5.मनोबल तो ईश्वर की दी हुई शक्ति है। इसमें हम भला क्या कर सकते हैं।
अ: सहमत
ब: असहमत
6. मैं सेहत के लिए नए प्रयोग करती/करता हूं लेकिन मनोबल के बारे में कभीसोचा नहीं।
अ: सहमत
ब: असहमत
7. मेरा मनोबल तभी बढ़ता है जब कोई समझाए या फिर मुझे डांटे या झिड़की दे।
अ: सहमत
ब: असहमत
8. मैं मनोबल बढ़ाने के लिए सोचती/सोचता तो बहुत हूं लेकिन ज्यादा कुछ कर नहीं पाता/पाती।
अ: सहमत
ब: असहमत
9.मैं खुद को व्यवस्थित ही नहीं रख पाती/पाता और ऐसे में मनोबल बढ़े तो कैसे।
अ: सहमत
ब: असहमत
स्कोर और एनालिसिस
आपका 'मन' डावांडोल है: यदि आप 7 या उससे ज्यादा सवालों से सहमत हैं तो आपके विचारों से ऐसा समझ आता है कि आपकी कमजोरी आप स्वयं हैं। आपका मन इतना पक्का नहीं कि तन सेहतमंद बना रहे। आपको तुरंत सुधार करने की आवश्यकता है। खुद को व्यवस्थित करें और छोटी-छोटी परेशानियों से घबराइए नहींं।
आपका मन 'मजबूत' है: यदि आप ७ या उससे ज्यादा सवालों से असहमत हैं तो आप मन की असली ताकत को समझते हैं। आपकी कोशिशें अच्छी और सकारात्मक सोच से प्रेरित होती हैं इसलिए आप कोई भी काम को परिणाम तक ले जाते हैं और मनचाहा फल पाते हैं। अपनी कोशिशों को जारी रखें, आपका मान और मनोबल दोनों बढेंग़े।
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एेसे जानिए क्या आपका 'मनोबल' टूट चुका है ?
सेहत के मामले में कहीं आप असावधानी और लापरवाही में अपना मनोबल कमजोर तो नहीं कर रहे हैं? नीचे दिए सवालों से खुद ही परख लीजिए।
1. मैं अपने मन से बहुत मजबूत हूं लेकिन मुझे लगता है कि मेरीे पास सेहत की समस्याओं के लिए मनोबल नहीं है।
अ: सहमत
ब: असहमत
2.मैं बहुत भावुक हूं और अक्सर छोटी परेशानियों में मनोबल खो बैठती/बैठता हूं।
अ: सहमत
ब: असहमत
3. मेरा मनोबल तभी मजबूत होता है जब मुझे मेरी मनचाही सफलता मिलती है।
अ: सहमत
ब: असहमत
4. मेरा मनोबल मुझसे ज्यादा मेरे परिवार और दोस्तों की खुशी पर निर्भर करता है।
अ: सहमत
ब: असहमत
5.मनोबल तो ईश्वर की दी हुई शक्ति है। इसमें हम भला क्या कर सकते हैं।
अ: सहमत
ब: असहमत
6. मैं सेहत के लिए नए प्रयोग करती/करता हूं लेकिन मनोबल के बारे में कभीसोचा नहीं।
अ: सहमत
ब: असहमत
7. मेरा मनोबल तभी बढ़ता है जब कोई समझाए या फिर मुझे डांटे या झिड़की दे।
अ: सहमत
ब: असहमत
8. मैं मनोबल बढ़ाने के लिए सोचती/सोचता तो बहुत हूं लेकिन ज्यादा कुछ कर नहीं पाता/पाती।
अ: सहमत
ब: असहमत
9.मैं खुद को व्यवस्थित ही नहीं रख पाती/पाता और ऐसे में मनोबल बढ़े तो कैसे।
अ: सहमत
ब: असहमत
स्कोर और एनालिसिस
आपका 'मन' डावांडोल है: यदि आप 7 या उससे ज्यादा सवालों से सहमत हैं तो आपके विचारों से ऐसा समझ आता है कि आपकी कमजोरी आप स्वयं हैं। आपका मन इतना पक्का नहीं कि तन सेहतमंद बना रहे। आपको तुरंत सुधार करने की आवश्यकता है। खुद को व्यवस्थित करें और छोटी-छोटी परेशानियों से घबराइए नहींं।
आपका मन 'मजबूत' है: यदि आप ७ या उससे ज्यादा सवालों से असहमत हैं तो आप मन की असली ताकत को समझते हैं। आपकी कोशिशें अच्छी और सकारात्मक सोच से प्रेरित होती हैं इसलिए आप कोई भी काम को परिणाम तक ले जाते हैं और मनचाहा फल पाते हैं। अपनी कोशिशों को जारी रखें, आपका मान और मनोबल दोनों बढेंग़े।
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