
बदलते समय के साथ यह जरूरी है कि किशोरों और अन्य लोगों के व्यवहार से परेशान होने की बजाय स्वयं को बदलें। अपने मन को शांत रखें। दूसरों पर गुस्सा करने या क्रोधित होने की बजाय अपने आपको किसी सकारात्मक कार्य में व्यस्त कर लें। रचनात्मक कार्य करने पर आपको ही खुशी होगी।
यदि आपको कोई कार्य दिया जाता है या आप किसी से मिलने के लिए कोई समय निर्धारित करती हैं तो इस बात का ध्यान रखें। समय सीमा के अंदर काम करना ही टाइम मैनेजमेंट कहलाता है। चाहे आप कामकाजी हों या गृहिणी अपने सभी कामों के लिए एक समय सीमा निर्धारित कर लें। यदि आप पूरे दिन की रूपरेखा तैयार कर लेते हैं तो आपके सारे कार्य आसानी से पूरे होते जाएंगे। साथ ही समय बचने से आपमें चुस्ती.फुर्ती बनी रहेगी और दिमाग भी शांत रहेगा।
खुद को गिफ्ट दें
आपकी जीवनशैली चाहे कितनी भी व्यस्त क्यों न हों। कुछ समय अपने लिए जरूर निकालें। यह वो वक्त होना चाहिए, जब आप पर किसी प्रकार का कोई प्रेशर न हो। इस दौरान अपनी रुचि का कोई कार्य करें। आप चाहें तो मनपसंद संगीत सुन सकते हैं, किताबें पढ़ सकती हैं, अपना फेशियल कर सकती हैं, मैनीक्योर-पैडीक्योर कर सकती हैं। यह आपका खुद के लिए गिफ्ट होगा। मनपसंद कार्य करने से आपका मन निश्चित रूप से खुशी व उल्लास से भर उठेगा।
पौष्टिक आहार
आहार विशेषज्ञों का कहना है कि अपने को फिट रखने के लिए जरूरी है कि आपका आहार संतुलित हो। इसके लिए प्रतिदिन सुबह के समय नाश्ता जरूर करें। दोपहर के समय अपने भोजन में दाल, हरी सब्जियां, सलाद आदि जरूर लें। सबसे प्रमुख बात यह कि एक बार भरपेट खाने के बजाय थोड़ा-थोड़ा करके खाएं। इससे पूरे दिन ऊर्जा बनी रहेगी।
अपने भोजन में अंकुरित अनाज, मेवे, फैट रहित दूध, दही आदि लें। मौसमी फलों का सेवन करने के साथ ही केला, संतरा आदि अवश्य खाएं। अपने भोजन में विभिन्न प्रकार की फलियों को शामिल करें। इसके साथ ही कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज आदि का भी सेवन करें। इनसे न केवल आपका दिमाग कूल रहेगा बल्कि आपकी हड्डियों, मांसपेशियों और नसों को भी मजबूती मिलेगी।
पर्याप्त नींद लें
रात में आप जितनी गहरी नींद सोएंगे। सुबह उतना ही स्वयं को तरोताजा महसूस करेंगे। इसलिए रात में बिस्तर पर जाने से पहले अपने मन से हर तरह की चिंताएं निकाल दें। इससे अच्छी नींद आने में सहायता मिलेगी। आपको कितने घंटे की नींद की जरूरत है, इसकी कसौटी स्वयं आप हैं। बगैर किसी अलार्म के स्वाभाविक रूप से आपकी आंख सुबह खुल जाती है और आप स्वयं को तरोताजा महसूस करती हैं तो मान लें कि आपको नींद की जरूरत है।
सकारात्मक सोच
यह कहावत तो आपने भी सुनी होगी कि जो जैसा सोचता है वह वैसा ही बन जाता है। इसलिए अपने मन में हमेशा अच्छे ख्याल लाएं और अपनी सोच को नकारात्मक न होने दें। थोड़ा-बहुत बीमार पडऩे पर भी यह सोचें कि मैं स्वस्थ हूं और हमेशा स्वस्थ रहूंगी। अगर आपके पास किसी चीज की कमी है तो उसका रोना रोने से बेहतर है कि जो आपके पास है उसकी खुशी मनाएं।
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खुश रहने के लिए अपनाएं ये टिप्स, बदल जाएगी जिंदगी

बदलते समय के साथ यह जरूरी है कि किशोरों और अन्य लोगों के व्यवहार से परेशान होने की बजाय स्वयं को बदलें। अपने मन को शांत रखें। दूसरों पर गुस्सा करने या क्रोधित होने की बजाय अपने आपको किसी सकारात्मक कार्य में व्यस्त कर लें। रचनात्मक कार्य करने पर आपको ही खुशी होगी।
यदि आपको कोई कार्य दिया जाता है या आप किसी से मिलने के लिए कोई समय निर्धारित करती हैं तो इस बात का ध्यान रखें। समय सीमा के अंदर काम करना ही टाइम मैनेजमेंट कहलाता है। चाहे आप कामकाजी हों या गृहिणी अपने सभी कामों के लिए एक समय सीमा निर्धारित कर लें। यदि आप पूरे दिन की रूपरेखा तैयार कर लेते हैं तो आपके सारे कार्य आसानी से पूरे होते जाएंगे। साथ ही समय बचने से आपमें चुस्ती.फुर्ती बनी रहेगी और दिमाग भी शांत रहेगा।
खुद को गिफ्ट दें
आपकी जीवनशैली चाहे कितनी भी व्यस्त क्यों न हों। कुछ समय अपने लिए जरूर निकालें। यह वो वक्त होना चाहिए, जब आप पर किसी प्रकार का कोई प्रेशर न हो। इस दौरान अपनी रुचि का कोई कार्य करें। आप चाहें तो मनपसंद संगीत सुन सकते हैं, किताबें पढ़ सकती हैं, अपना फेशियल कर सकती हैं, मैनीक्योर-पैडीक्योर कर सकती हैं। यह आपका खुद के लिए गिफ्ट होगा। मनपसंद कार्य करने से आपका मन निश्चित रूप से खुशी व उल्लास से भर उठेगा।
पौष्टिक आहार
आहार विशेषज्ञों का कहना है कि अपने को फिट रखने के लिए जरूरी है कि आपका आहार संतुलित हो। इसके लिए प्रतिदिन सुबह के समय नाश्ता जरूर करें। दोपहर के समय अपने भोजन में दाल, हरी सब्जियां, सलाद आदि जरूर लें। सबसे प्रमुख बात यह कि एक बार भरपेट खाने के बजाय थोड़ा-थोड़ा करके खाएं। इससे पूरे दिन ऊर्जा बनी रहेगी।
अपने भोजन में अंकुरित अनाज, मेवे, फैट रहित दूध, दही आदि लें। मौसमी फलों का सेवन करने के साथ ही केला, संतरा आदि अवश्य खाएं। अपने भोजन में विभिन्न प्रकार की फलियों को शामिल करें। इसके साथ ही कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज आदि का भी सेवन करें। इनसे न केवल आपका दिमाग कूल रहेगा बल्कि आपकी हड्डियों, मांसपेशियों और नसों को भी मजबूती मिलेगी।
पर्याप्त नींद लें
रात में आप जितनी गहरी नींद सोएंगे। सुबह उतना ही स्वयं को तरोताजा महसूस करेंगे। इसलिए रात में बिस्तर पर जाने से पहले अपने मन से हर तरह की चिंताएं निकाल दें। इससे अच्छी नींद आने में सहायता मिलेगी। आपको कितने घंटे की नींद की जरूरत है, इसकी कसौटी स्वयं आप हैं। बगैर किसी अलार्म के स्वाभाविक रूप से आपकी आंख सुबह खुल जाती है और आप स्वयं को तरोताजा महसूस करती हैं तो मान लें कि आपको नींद की जरूरत है।
सकारात्मक सोच
यह कहावत तो आपने भी सुनी होगी कि जो जैसा सोचता है वह वैसा ही बन जाता है। इसलिए अपने मन में हमेशा अच्छे ख्याल लाएं और अपनी सोच को नकारात्मक न होने दें। थोड़ा-बहुत बीमार पडऩे पर भी यह सोचें कि मैं स्वस्थ हूं और हमेशा स्वस्थ रहूंगी। अगर आपके पास किसी चीज की कमी है तो उसका रोना रोने से बेहतर है कि जो आपके पास है उसकी खुशी मनाएं।