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कहीं आप भी तो नहीं खा रहे केमिकल वाला तरबूज? घर पर ऐसे करें Fake vs Real वॉटरमेलन का टेस्ट

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Real vs fake watermelon identification: गर्मियों का मौसम आते ही बाजार में तरबूज की भरमार देखने को मिलती है। तरबूज न सिर्फ शरीर को ठंडक देता है, बल्कि इसमें मौजूद पानी, फाइबर और विटामिन्स सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं। लेकिन आजकल बाजार में मिलने वाले तरबूजों में मिलावट की आशंका भी काफी बढ़ गई है। तरबूज में मिलावट कैसे होती है और असली व नकली तरबूज में फर्क कैसे करें, यह जानना जरूरी है ताकि आप और आपके परिवार की सेहत पर कोई असर न पड़े।

 

तरबूज में मिलावट कैसे की जाती है?

कुछ दुकानदार तरबूज को ज्यादा लाल और ताजा दिखाने के लिए रंग (dye), रसायन (chemical preservatives) और इंजेक्शन के ज़रिए मिलावटी पदार्थ तरबूज में डाल देते हैं। इस तरह का तरबूज अंदर से ज़्यादा लाल दिखता है, लेकिन उसका स्वाद, महक और पोषण वैल्यू गड़बड़ हो जाती है। ये रसायन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं और पेट, लिवर व किडनी पर असर डाल सकते हैं।

 

 असली और नकली तरबूज की पहचान कैसे करें?

1. तरबूज का रंग और छिलका गौर से देखें: असली तरबूज का बाहरी रंग हल्का हरा और उस पर गहरे हरे रंग की धारियां होती हैं। यदि तरबूज का रंग बहुत ही गहरा, चमकीला या अजीब तरह से एक समान है तो वह नकली हो सकता है। अधिक लाल और चटक दिखाने के लिए उसमें आर्टिफिशियल कलर मिलाया जा सकता है।

 

2. कटने के बाद ध्यान से देखें उसका रंग: जब आप तरबूज काटते हैं, तो उसके गूदे का रंग नेचुरल लाल या हल्का गुलाबी होता है। अगर रंग बहुत ज्यादा लाल, चमकदार या आंखों को चुभने जैसा है, तो हो सकता है उसमें सिंथेटिक कलर मिलाया गया हो। Real vs fake watermelon की पहचान के लिए यह सबसे पहला विजुअल टेस्ट है।

 

3. गूदे में सफेद रेखाएं हों तो रहें सतर्क: अगर तरबूज के गूदे में सफेद रेखाएं या धागे दिखें, तो वह केमिकल इंजेक्शन का संकेत हो सकता है। आमतौर पर यह erythrosine जैसे रंगों से किया जाता है जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं।

 

4. तरबूज को काटते वक्त गंध पर ध्यान दें: असली तरबूज काटते वक्त एक ताजगी भरी खुशबू आती है। नकली या केमिकल वाला तरबूज काटते समय आपको हल्की केमिकल जैसी गंध महसूस हो सकती है। अगर कोई अजीब गंध आए, तो उसे न खाएं।

 

5. पानी में टेस्ट करके जांचें मिलावट: एक छोटा सा टुकड़ा लेकर एक कटोरी पानी में डालें। अगर पानी तुरंत रंग छोड़ने लगे या गुलाबी हो जाए, तो समझिए उसमें मिलावट है। असली तरबूज पानी में रंग नहीं छोड़ता।

 

मिलावटी तरबूज खाने से हो सकते हैं ये नुकसान

  • पेट दर्द और गैस
  • फूड पॉइजनिंग
  • त्वचा पर एलर्जी या रैशेज
  • लिवर और किडनी डैमेज
  • बच्चों और बुजुर्गों में गंभीर रिएक्शन

इसलिए बाजार से तरबूज खरीदते समय थोड़ी सावधानी जरूरी है। कोशिश करें कि सीधे किसान बाजार या भरोसेमंद विक्रेता से ही तरबूज लें और खरीदने के बाद ऊपर बताए गए तरीकों से जांच जरूर करें। 


अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 


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